मिश्रिख सीतापुर / प्रदेश शासन द्वारा ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों हेतु लाखों रुपयों की धनराशि खर्च की जा रही है । परंतु ग्राम पंचायतों में तैनात ग्राम पंचायत सचिवों और ग्राम प्रधानों की मिली भगत के चलते सभी विकास कार्य बौने होकर रह गए हैं ।अपात्रों को आवास ,शौचालय प्रदान किए गए हैं । पात्र लाभार्थी आज भी शासन की योजनाओं से वंचित चल रहे हैं । ग्राम पंचायतों में नाली सड़क खड़ंजा आदि पुराने कार्यों को नई कार्य योजना में दर्शा कर लाखों रुपयों के सरकारी धन का गोलमाल किया गया है । मामला विकासखंड मिश्रित की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत आट का है । यहां की महिला ग्राम प्रधान सलमा बेगम है । परंतु प्रधानी का समस्त कार्य भार उनके पति नसीम खां देख रहे हैं । ग्राम पंचायत के मजरा खन्हौना में आज तक उनके द्वारा कोई विकास कार्य नहीं कराया गया है । पूरी तरह उपेक्षा का शिकार होकर रह गया है । यहां के रहने वाले पात्र लाभार्थी बताते हैं । जब वह प्रधान पति के पास योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु जाते हैं । तो प्रधान पति चुनाव में वोट न देने की बात कहकर शिकायत पर धमकी देते हैं । कि मेरे ऊपर पहले से कई मुकदमे चल रहे हैं । एक दो और हो जाएंगे तो कोई फर्क नहीं पड़ता है । फिलहाल आप लोग कहीं भी जाएं जब तक हम प्रधान हैं किसी भी व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ पाने नहीं देंगे । इसी तरह ग्राम पंचायत के अन्य सभी मजरे भी उपेक्षा का शिकार चल रहे हैं । सिर्फ ग्राम पंचायत आट में नाली , सड़क खड़ंजा आदि विकास कार्य कराए गए हैं । वह भी जमीनी हकीकत से कोसों दूर हैं । जादातर पूर्व प्रधान द्वारा कराए गए विकास कार्यों की मरम्मत कराकर नई कार्य योजना में शामिल किया गया है । और जमकर सरकारी धन का गोलमाल किया गया है । जिलाधिकारी द्वारा अगर इस ग्राम पंचायत के सभी मजरा का स्थलीय निरीक्षण किसी निष्पक्ष एजेंसी से करा लिया जाए । तो सारी कलाई खुद व खुद खुलकर सामने आ जाएगी ।
प्रधान व सचिव शासन की मंशा पर फेर रहे पानी