महिला डॉक्टर ने ऑपरेशन करने की बात कही और तीस हज़ार रुपए वसूले
सीतापुर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आयी जहाँ छोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से डिलीवरी के दौरान गर्भवती महिला और नवजात की मौत, हो गयी शहर कोतवाली
सूरज पुत्र शिवप्रसाद निवासी मोहल्ला पूर्णागिरि नगर निकट मस्जिद ने थाना प्रभारी कोतवाली को लिखित शिकायत देकर मुकदमा पंजीकृत करने की मांग की सूरज ने शिकायत पत्र देकर यह छोलाछाप डॉक्टर पूनम शाही पर आरोप लगाया कि सात नवम्बर चार बजे सूरज अपनी पत्नी पूनम देवी को डिलेवरी प्रसव से स्वस्थ्य खराब होने के कारण डॉ0 पूनम शाही पत्नी अज्ञात जोकि हमारे मोहल्ला पूर्णागिरी नगर थाना कोतवाली की निवासी है और छोलाछाप डॉक्टर है
कस्बा पिसवा थाना पिसवा सीतापुर के क्लीनिक चलती है डॉ0 पूनम शाही से फोन वार्ता करने के बाद डॉ 0 पूनम के कहने पर इलाज कराने के लिए कस्बा पिसवा थाना पिसवा सीतापुर डॉ पूनम शाही के क्लीनिक ले गया जहां पर मेरी पत्नी को देखने के बाद
झोलाछाप डॉक्टर पूनम शाही ने तीस हजार रुपए जमा करा लिए और कहा
शेष दस हजार रुपये बच्चा होने के बाद देना होगा 2 घण्टे इलाज के बाद जब पत्नी पूनम देवी की स्वस्थ्य हालत बिगड़ने लगी तो डॉ0 पूनम शाही ने कहा जल्दी से मरीजी को लखनऊ ले जाओ जब वह गाड़ी की व्यवस्था करके अपनी पत्नी को गाड़ी पर जाने लगा तभी उसकी पत्नी की मृत्यु ही गयी जबकि उसकी पत्नी के पहले भी दो बच्चों की की माँ है और तीसरे बच्चे को जन्म देने जा रही थी उक्त प्रकरण में छोलाछाप
डॉ 0 की लापरवाही ने दो जिंदगी छीन ली। डिलीवरी के दौरान गर्भवती महिला और बच्चे की मौत हो गई। अमानवीयता की हद तब हो गयी जब कथित डॉक्टर ने क्लीनिक के बाहर निकल कर एक भी बार नही देखा स्वास्थ्य विभाग के नाक नीचे चल रहे झोलाछाप डॉक्टर की करतूतों की पोल खोलने वाला मामला सामने आया जबकि झोलाछाप के पास कोई भी मेडिकल लाइसेंस नहीं है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के नियमों का उल्लंघन कर क्लीनिक खोलकर इलाज किया जा रहा था। । झोलाछाप डॉ0 पूनम शाही स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर क्लिनिक चला रही है जबकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनपद में अभियान चलाया जा रहा उसके बाद भी ऐसे प्रकरण प्रकाश में आ रहे है