भ्रष्टाचारी से ही कराई जाएगी जांच, तो भ्रष्टाचार कैसे होगा बेनकाब


रामपुर मथुरा ( सीतापुर ) की ग्राम पंचायत तुलसीपुर खरिका में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना मैं जिम्मेदारों द्वारा बड़ा घोटाला किया गया है ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान व सचिव ने मिल कर मनरेगा योजना के अंतर्गत बनाये जा रहे पशुवाड़ो को अपात्रो को दिए  
जिस सम्बन्ध में जब ग्राम पंचायत के  ही निवासी सुधीर ,  मंशाराम,  देशराज आदि ग्रामीणों ने आई जी आर एस के माध्यम से शिकायत की जिसमे  प  सचिव व प्रधान पर  अपने  चहेतो आर्थिक मजबूत लोगो को को पशु बाड़ा देने का आरोप  ग्रामीणों द्वारा की गई तो शिकायत में उस समय  विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई जब शिकायत की  जाँच दोषी सचिव से करायी गयी जिसमे सचिव गीतांजलि वर्मा ने खुद को व प्रधान को बचाते हुए द
 मनमानी आख्या लगा कर प्रकरण की लीपापोती कर दी उक्त प्रकरण ग्रामीणों में कई  सवाल यह खड़े कर दिए  की जब ग्राम प्रधान व सचिव द्वारा किये गए भ्रस्टाचार की जांच उन्ही दोषी  सचिव से ही विभाग द्वारा की करायी जाएगी  तो कैसे भ्रष्टाचार बेनक़ाब हो पायेगा और कैसे होगी दोषियों पर कार्यवाही