सीतापुर, 3 अक्टूबर। कोविड-19 के चलते घर की सीमाओं में बंधे बच्चों की परेशानियों को देखते हुए उनकी काउंसिलिंग की व्यवस्था की गयी है। 18 साल से कम उम्र के बच्चों की मनोवैज्ञानिक मदद के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने “संवेदना टेली काउंसिलिंग” की शुरुआत की है । इस टोल फ्री टेली काउंसिलिंग का नम्बर 18001212830 है । सोमवार से शनिवार तक सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक और दोपहर तीन बजे से रात आठ बजे तक इस नंबर को डायल कर समस्या का समाधान पाया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ. विशेष गुप्ता का कहना है कि जो बच्चे खुद कोरोना की चपेट में आये हैं या उनके घर-परिवार में कोई कोरोना उपचाराधीन रहा है तो उससे उपजी परिस्थितियों का उनके मन-मस्तिष्क पर असर पड़ना स्वाभाविक है। यह स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो बच्चा मानसिक रूप से अस्वस्थ हो सकता है। इसीलिए यह टेली काउंसिलिंग की सुविधा शुरू की गयी है, जहां पर प्रशिक्षित काउंसलर द्वारा उनकी समस्याओं को सुना जाता है और उसका समाधान बताकर उनको उस स्थिति से उबारने की हरसंभव कोशिश की जाती है।
इनसेट ---
बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए क्या करें :--
- बच्चों की दिक्कतों को ध्यान से सुनें और उनके सवालों का उचित जवाब दें, उनके साथ समय बिताएं
- बच्चों के किसी करीबी मित्र या प्रिय जन से फोन या वीडियो काल से जोड़कर रखें
- उनको यह समझाने की कोशिश करें कि अगर हम पूरी सतर्कता बरतते हैं तो सुरक्षित रह सकते हैं
- देश-दुनिया में घटित होने वाली घटनाओं की सही-सही जानकारी से उनको अवगत कराएं
- इनडोर (घर के अन्दर) गतिविधियों में उनको व्यस्त रखें और किसी एक हाबी के लिए प्रोत्साहित करें
- उनको रोजाना कुछ ऐसा कार्य सौंप सकते हैं, जिससे वह कुछ नया सीख सकें
कोविड से परेशान बच्चों की दिक्कत दूर कर रही “संवेदना” - बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शुरू की टेली काउंसिलिंग - टोलफ्री नंबर 18001212830 पर है बच्चों की समस्या का समाधान