सीतापुर शासन प्रशासन जहाँ एक तरफ भ्र्ष्टाचार को लेकर सख्त दिखाई दे रहा है और भ्र्ष्टाचार को रोकने के लिए सख्त से सख्त दिशा निर्देश जारी किए जा रहे है जिससे योजनों का लाभ पात्र लाभर्थियों तक पहुच सके और दोषियों पर कार्यवाही की जा सके वही जारी दिशा निर्देश को दर किनार कर जिला पंचायत राज अधिकारी सीतापुर के संरक्षण में संबंधित अधिकारियों द्वारा नियम कानून की ताख पर रख कर एक के बाद कार्यो में घोटाले को अंजाम दिए जा रहे है और मोटी कमाई की जा रही है फिर चाहे निजी शौचालय समुदायिक शौचालय हो या ग्राम पंचायत सचिव व सफाई कर्मी के ग्राम पंचायतो के आवंटन या ग्राम पंचायत सचिव की विकास कार्यो की जाँच निर्धारित सुविधा शुल्क के बाद मनमानी कार्यवाही जी जा रही है ऐसा ही एक प्रकरण राष्ट्रीय लोकदल सीतापुर जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने शिकायत पत्र देकर अवगत कराया जिसमे जनपद सीतापुर के विकास खण्ड विसंवा की ग्राम पंचायत विसंवा देहात की है जिसमे दी गयी शिकायत के अनुसार ग्राम पंचायत के विकास कार्यो की जांच की।मांग की गई जाँच में जाँच अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायत में विकास कार्यो में भारी सअनियमितता पाई गई ग्राम पंचायत विकास कार्यो में कमी होने के कारण जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायत सचिव नरेंद्र यादव को संरक्षण देते हुए ग्राम प्रधान को पद से हटाकर कमेटी के का गठन कर दिया गया उक्त कार्यवाही जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यशैली पर हजारो सवाल खड़े कर रही है जब ग्राम प्रधान सचिव दोनों के द्वारा ग्राम पंचायत का खाता संचालन हो रहा है तो फिर कार्यवाही एक पर ही कैसे की जा सकती जबकि जनपद 1601 एक ग्राम पंचायत में कई ऐसी ग्राम पंचायतों में शिकायतों पर कार्यवाही की गई है जिसमे प्रथम कायर्वाही ग्राम पंचायत सचिव पर की गई है उसके बाद प्रधान पर कार्यवाही की गई है
डीपीआरओ के संरक्षण में सचिव हो रहे मालामाल प्रधान पर हो रही कार्यवाही मोटी कमाई के चक्कर नियम विरुद्ध की गई कार्यवाही