कसमंडा की ग्राम पंचायतों की जांच से खुल सकता है बड़ा शौचालय घोटाला

 केमा  जुरौरा सीतारसोई कल्याणपुर आदि ग्राम पंचायतों में सैकड़ो शौचालय निर्माण मात्र कागज पर एक एक शौचालय पर कई बार लिखे गए नाम 


कसमंडा सीतापुर जिला अधिकारी अखिलेश तिवारी जहाँ एक तरफ  स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्माण कराये जा रहे शौचालय भ्रष्टाचार को जनपद में रोकने  के सम्बंध में जारी शसनादेशनुसार समय समय पर बैठक कर संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी करते रहते है जिससे जनपद में  शौचालय भ्रष्टाचार को रोका जा सके इन सब के बाद भी  जनपद में कुछ ऐसे भी विकास खंड लगातार  प्रकाशन में आ रहे है जहाँ  जारी आदेशो को दर किनार मोटी कमाई के सामने किसी को किसी  भी अधिकारी के आदेशों की परवाह नही है इन ब्लाकों में  भ्रष्टाचार की जड़े इतनी लम्बी व  मजबूत हो गयी है की उन्हें   रोक पाना संभव ही नही है हम बात कर रहे है जनपद सीतापुर के विकास खण्ड कसमंडा की जहाँ पर शासन से   अब तक विकास खंड की ग्राम पंचायतों में कुल 32368 शौचालय योजनाओं के अंतर्गत ऑनलाइन  निर्माण व धनराशि आवंटित दर्शा रहे है लेकिन  वास्तविकता ऑनलाइन व धरातल पर एक दूसरे से दूर दूर तक नही मिलती  अगर विकास खंड  की ग्राम पंचायतों में आवंटित शौचालय  धनराशि  व सख्या की  निष्पक्ष जाँच करायी जाए तो  हजारो की संख्या में शौचलय घोटाला व धनराशि का गबन प्रकाशन में आ सकता है  साथ ही  भारी मात्र में मृतको के नाम से शौचालय निर्माण का घोटाला खुल सकता है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार विकास खण्ड कसमंडा की कुछ ग्राम पंचायतों जैसे महोली 1309  केमा 537 जुडोरा 502 ललवा371 सीता रसोई 839 कल्याणपुर 687  दहैय्या217 दहावा 327 बरेठी 347 डोभा 188 हरैय्या 521 मंगपुर 541 विक्रमपुर 208 ज्योतिष आलमपुर 468  आदि ग्राम पंचायतों में जो धनराशि व संख्या आवंटित  दर्शा रहे है  स्थिती बिल्कुल विपरीत है इन ग्राम पंचायतों में एक  ही शौचालय पर  कई कई बार  नाम लिख कर फोटो खींच कर  जियो टेकिंग कर शासन को  रिपोर्ट भेजी गई जबकि की ग्राम पंचायतों में कम से कम 50 और ज्यादा से ज्यादा सैकड़ो में शौचालय घोटाला है  जिसमे भी मृतको के भी नाम सम्लित है जोकि की ग्राम प्रधान सचिव के साथ साथ  विकास खंड के कई जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर  रहे है