सीतापुर शासन द्वारा जहाँ सरकारी योजनों को सामान्य पिछड़ा वर्ग व अनुसूचित जाति के क्रम में योजनाओं आवंटित करने की नियमावली तैयार की गई है वही जनपद सीतापुर में जिला पंचायत राज अधिकारी ने स्वच्छ भारत मिशन में अंतर्गत इस कड़ी में एक और पात्र को जोड़ दिया गया जोकि की दशकों पूर्व मृतक सूची जिन नामो के सहारे स्वच्छ भारत मिशन योजना में बड़े पैमाने में फर्जीवाड़ा किया गया है बताते चले कि सीतापुर जनपद में 19 ब्लाक के अन्तर्गत 1601 ग्राम पंचायते है जिसमे ऑनलाइन कुल 6लाख 60 हजार के लगभग स्वच्छ भारत मिशन योजना में सूची के अनुसार आवंटित शौचालय निर्माण दर्शा रहे है जिसमे भ्रस्टाचार को रोकने के लिए शासन से जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किये गये और समय समय पर संबंधित अधिकारी को दिशा निर्देश भी जारी किये गए इन सब के बाद भी जारी दिशा निर्देश को दर किनार कर जिला पंचायत राज अधिकारी ने ग्राम प्रधान सचिव व संबंधित अधिकारियों को सरंक्षण देकर भारी मात्रा में मृतको के नाम शौचलय आवंटित कर धनराशि का बंदरबांट कर डाला और मृतको के परिवारजनों को भनक भी नही लगी जोकि ऑनलाइन सूची और नियमावली पर हजारो सवाल खड़े कर रहे जबकि अभी भी ऑनलाइन जारी सूची के अनुसार पात्र लाभर्थियों को शौचालय प्राप्त नही हो पा रहे और पात्र लभार्थी शौचालय की आस में लगातार अधिकारियों की गणेश परिक्रमा कर जबकि स्थिती यह है आवंटित शौचालय में मात्र कुछ हिस्सा ही धरातल पर दिख रहा है वह भी आधा अधूरा शेष मृतको के नाम या फर्जीबाड़ा के नाम बंदरबाट किया जा चुका और ग्राम पंचायतों को शासन की जारी आख्या के अनुसार शौच से मुक्त कर दिया गया