गोष्ठी व कार्यक्रमो में जुटा रहे भीड़
क्या मात्र आम जनता के लिए बनकर रह गए कोविड 19 के नियम सोशल डिस्टेंसिंग व बिना मास्क चालान
सीतापुर देश मे कोविड 19 के मामले जहाँ एक तरफ तेजी से बढ़ रहे है वही दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग के जारी दिशा निर्देश को देश वासियों द्वारा पालन करने के कारण मरीजो की हालत में काफी सुधार भी देखने को मिल रहा है साथ ही मृत्यु दर में भी बहुत कमी आयी है जिसका श्रेय स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ साथ सभी देशवासियो को जाता है जो समय समय पर शासन से जारी दिशा निर्देश का पालन पूरी ईमानदारी के साथ कर कोरोना रूपी जंग में कोरोना योद्धा बन कर खड़े है इस सब के साथ ही सीतापुर में सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे कार्यक्रमो की वीडियो व तस्वीरे दिखाई दे रही है जहाँ पर जनपद के कुछ माननीय व जिम्मेदार द्वारा कोविड 19 के जारी दिशा निर्देश को ताक पर रख कर गोष्ठी कार्यक्रमों के द्वारा भीड़ को एकत्र करने में व्यस्त दिखाई दे रहे है और तो और एकत्र भीड़ में एकत्र लोग बिना मास्क बिना सोशल डिस्टेंसिंग के नियमो का पालन करते भी दिखाई दे रहे है जबकि
प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के साथ संबंधित विभगो द्वारा समय समय पर कोविड 19 के जारी दिशा निर्देश दिये जाते रहते है लेकिन इन कार्यक्रमों में व्यस्त जिम्मेदार के साथ साथ उपस्थित अधिकारीगण ही नियमो को लेकर गम्भीर नही दिखाई पड़ रहे है जिस वजह से जगह-जगह हो रहे कार्यक्रमों में एकत्र भीड़ दिखाई दे रही है.जिसमे बड़ी संख्या में लोग जुटे होते है . यह एक दो नही बल्कि सोशल मीडिया पर चल रही तस्वीरों के अनुसार सभी कार्यक्रमों की स्थिती है जबकि शासन द्वारा कोविड19 के नियमो के अनुसार जिला प्रशासन को मास्क न लगाने पर जुर्माना सोशल डिस्टेंसिंग अति आवश्यक व भीड़ एकत्र न होने के आदेश भी जारी किये जा चुके है इन सब के बाद भी कई कार्यक्रमों में जिम्मेदार के साथ में मौजूद अधिकारी गण भी खुद ही मास्क नहीं लगाए दिखाई देते हैं या फिर मास्क लगते भी हैं तो गलत तरीके से लगाये दिखाई दे रहे होते है साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियमो की भी धज्जियाँ उड़ाई जाती दिखाई दे रही होती है ऐसे में जनता के मध्य कई सवाल उठ रहे है क्या नियमो का पालन करना मात्र खाद गैस य घरेलू सामान लेने जा रही आम जनता पर लागू है जनपद के जिम्मेदारों पर नही जो जारी नियमो की धज्जियां उड़ा कर भीड़ एकत्र कर रहे है अगर कार्यक्रमों में एक भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति पहुच गया तो एकत्र भीड़ में कितनो को समस्या उत्पन्न हो सकती है क्या इसका अंदाजा यह जिम्मेदार व उपस्थित नही लगा रहे है या फिर जानते हुए भी अनजान है