भयमुक्त समाज का नारा देने वाले ही पत्रकारों की सुरक्षा करने में हो रहे नाकाम

सीतापुर । भयमुक्त समाज का नारा लगाने वाली योगी सरकार में अपराधियों के हौसले बुलन्द हैं ही और संविधान के चौथे स्तंभ कहे 
जाने वाले पत्रकार भी सुरक्षित नहीं हैं दिखाई दे रहे हैं जिसकी वजह से आए दिन पत्रकारों पर जानलेवा हमला होते रहते हैं । जिला सीतापुर में पत्रकारों पर कई बार  जानलेवा हमले हुए परंतु इन घटनाओं में अधिकाशं पुलिस द्वारा आज तक कोई कार्यवाही करने में विफल साबित हुई है  जिसकी वजह से आए दिन पत्रकारों पर जान लेवा जैसी जघन्य घटनाएं घटित हो रही है । 
कुछ एक घटनाओं पर प्रशासन ने कार्यवाही करके जिले के आला अधिकारियों ने अपनी पीठ जरूर थप ठपाई है परन्तु इन हौसले बुलंद व राजनैतिक संरक्षण में पल रहे और जिनको अपराध करने में तनिक सा भी भय नजर नहीं आता है साथ है साथ ही खुलेआम अपराध करने में जरा सा भी नहीं घबराते हैं । कहने को तो  वर्तमान सरकार भय मुक्त समाज की स्थापना करने वाली बात बार बार कहती रहती है  पर पत्रकारों के प्रति गंभीर नहीं है तो आम जनता का क्या हाल है ?  ऐसा ही एक वाक्या रविवार को जिले के थाना मानपुर क्षेत्र के ग्राम  बिरैंचा में उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त पत्रकार शार्प मीडिया के सम्बाददाता शैलेन्द्र विक्रम सिंह ने अवैध रूप से संचालित क्लीनिक की कवरेज करने गए थे इस दौरान झोलाछाप डॉ अब्दुल गनी व उसके साथियों ने खबर कवरेज करते समय जान लेवा हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया । पत्रकार की नाजुक हालत को देखते हुए गंभीरता  दिखाती हुई थाना मानपुर पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई। मानपुर पुलिस ने जानलेवा हमला करने वाले बिरैचा निवासी झोलाछाप डा. अब्दुल गनी की पत्नी शबी इरम व उनके लड़को समेत चार के विरुद्ध गम्भीर 323, 307, 394, 504, 506, 147, 148 आईपीसी.की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया