सीतापुर ।
भारत के संविधान में यह स्पष्ट है जनता वोट के द्वारा जिस जन प्रतिनिधि का चयन करती है वही जन प्रति निधि होता है मगर आज भी कुछ ऐसे भी लोग है जो रुपयों के दम पर जनता के जन प्रतिनिधि बन जाते है ऐसा ही एक प्रकरण जनपद सीतापुर के विकास खण्ड का प्रकाश में आया है जहाँ रुपयों की दम पर चुनाव में गड़बड़ी कर के सर्टिफिकेट हासिल कर ग्राम प्रधान बन बैठे है और मजबूत सांठ गांठ और मजबूत पकड़ के द्वारा रुपये के दम पर ग्राम प्रधान पद के चुनाव को एक पल में हार को जीत व जीत को हार बना दिया । जीत हासिल होने के बाद भी जब जीते ग्राम प्रधान को सर्टिफिकेट नही दिया गया जिस पर पीड़ित ने कोर्ट की शरण लिया जहाँ पर न्यायालय से पीड़ित को न्याय दिया गया और न्यायालय ने उपजिलाधिकारी महोली को एक माह के अंदर प्रकरण पर कार्यवाही करते हुए निस्तारण के लिए आदेश दिया लेकिन उपजिलाधिकारी महोली ने न्यायालय के आदेश के बाद भी पीड़ित को लगाएर 7 माह से तहसील परिसर की गणेश परिक्रमा लगवा रहे हैं ।
बताते चले प्रकरण जनपद सीतापुर के विकास खण्ड एलिया के ग्राम पंचायत सेमरहन का है जहाँ पंचायती चुनाव वर्ष 2015 में ग्राम पंचायत प्रधान पद के चुनाव में जय देवी के जीत के बाद भी विपक्षी ने मजबूत राजनीति व रुपये के दम पर सर्टिफिकेट बनवा लिया जिस पर पीड़ित जय देवी ने न्यायालय की शरण ली । न्यायालय 5 ने जय देवी बनाम फूल कुमारी 22.10.2019 को आदेश देते हुए उपजिला अधिकारी महोली को एक माह के अंदर धारा 12ग पंचायतीराज अधिनियम अंतर्गत पीड़ित जय देवी व विपक्षी संख्या 1 ग्राम पंचायत सेमरहन विकास खण्ड एलिया तहसील महोली वर्ष 2015 में महिला पद की उम्मीदवार थी दिनांक 11.12 2015 को हुए चुनाव में मिले वोट की मतगणना विपक्षी संख्या के द्वारा कराई गई थी जिसमें विपक्षी संख्या 2 से आपस में साठगांठ करके मतगणना में पीड़ित जय देवी के साथ धांधली की गई, पीड़ित जय देवी के प्रर्थना पत्र के तथ्य के अनुसार दुबारा मतगणना करने का आदेश उपजिला अधिकारी महोली को दिया लेकिन पीड़ित जय देवी 7 माह से लगातार उपजिला अधिकारी महोली के चक्कर लगा रही है अभी तक इसे निस्तारित नही किया जिससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कही न कही मौजूदा ग्राम प्रधान को उपजिलाधिकारी महोली का संरक्षण प्राप्त है ।वही पीड़ित जय देवी ने कहा है कि हमे लगातार 7 माह से तहसील परिसर में लगातार दौड़ाया जा रहा है हमे न्याय नही मिल रहा है न ही उपजिलाधिकारी महोली द्वारा देश की न्यायालय का सम्मान किया जा रहा है ।