बिसवां सीतापुर । पीएसी में लगाये गए गेट के विरोध में दर्ज अभियोग की रार आहिस्ता आहिस्ता पूरे जिले में बढ़ती चली जा रही है । आज नागरिक अधिकारों पर लंबे समय से जिले में संघर्ष कर रहे वादा फाउंडेशन व नागरिक अधिकार संगठन ने मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन तहसीदार बिसवां को सौपकर विरोध दर्ज कराया । ज्ञापन में कहा गया है कि पीएसी की सुरक्षा अति महत्वपूर्ण है। वही सुदामापुरी के निवासियों का आवागमन भी बिना किसी बाधा के होते रहना भी महत्वपूर्ण है। पीएसी द्वारा लंबे समय से सुदामापुरी के निवासियों के आवागमन के रास्ते को बंद किये जाने के विरोध मात्र से ही सुदामापुरी निवासी ऋचा सिंह व अन्य चार को नामजद कर 20 अज्ञात लोगो पर सदर चौकी प्रभारी द्वारा दर्ज किए गए मुकदमे को अन्याय पूर्ण बताते हुए इस कृत्य को लोकतंत्र में असहमत के अधिकार पर अतिक्रमण बताते हुए खारिज किये जाने की मांग मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी सीतापुर से की गई है।साथ ही पीएसी 11 बटालियन व सुदामापुरी निवासियों के बीच चल रहे विवाद की निष्पक्ष जांच कराते हुए निस्तारित कराने एवं सुदामापुरी के निवासियों के लिए भी सुरक्षित आवागमन को सुनिश्चित किये जाने की मांग प्रमुखता से उठाई गई है ।गौरतलब हो सुदामापुरी निवासी ऋचा सिंह संगतिन किसान मजदूर संगठन की वरिष्ठ कार्यकर्ता है।जो पिछले 30 वर्षों से जिले में मजदूरों, किसानों महिलाओ के अधिकारों की हिफाजत के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। इनके द्वारा आजतक किसी भी तरह से कानून का उल्लंघन तमाम संघर्षों के दौरान नही किया गया है ।वादा फाउंडेशन की कमरून निशां ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा जिले के प्रशासन को बताना होगा जहां उपजिलाधिकारी व उप पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सीतापुर मौजूद थे पर सुदामापुरी निवासी विरोध कर रहे थे पुलिस को देखते हुए भाग गए जिसका प्रथम सूचना रिपोर्ट में जिक्र किया गया है ।उन्होंने कहा तानाशाही पूर्ण कार्यवाही को बर्दाश्त नही किया जाएगा अन्यथा हम सब खुद गिरप्तारी देने आएंगे ।इस अवसर पर हरीशंकर गुप्ता,श्री राम यादव ,देवेंद्र वर्मा ,संदीप कुमार वर्मा,मधुकर आदि लोग प्रमुख रहे।
वादा फाउंडेशन व नागरिक अधिकार संगठन ने मुख्यमंत्री को संबोधित बिसवां तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन