आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी

सीतापुर, इस वर्ष विश्व जनसंख्या दिवस और जनसंख्या स्थिरता पखवारा नए अंदाज में मनाया जाएगा। कोविड-19 के प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए इस बार रैली का आयोजन तो नहीं किया जाएगा, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसके आयोजन में कोई काेर-कसर भी बाकी नहीं रख रहा है। इस वर्ष विश्व जनसंख्या दिवस की थीम “आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी” है। इसका मुख्य उद्देश्य कोरोना महामारी में भी जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए लोगों को जागरूक करने के साथ ही परिवार नियोजन कार्यक्रम को गति प्रदान करना है । इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के निदेशक ने सूबे के सभी जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र जारी कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं। विश्व जनसंख्या दिवस के साथ ही 11 जुलाई को सेवा प्रदायगी जनसंख्या स्थिरता पखवारा का शुभारंभ होगा। इसका समापन 31 जुलाई को होगा। मिशन निदेशक ने पत्र में लिखा है कि जनसंख्या दिवस और जनसंख्या स्थिरता पखवारा का शुभारंभ सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, पालिकाध्यक्ष, निर्वाचित जनप्रतिनिधियों अथवा जिलाधिकारी द्वारा कराया जाए। कार्यक्रमों का आयोजन कोविड-19 के प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए किया जाए। पत्र में कहा गया है कि स्वास्थ्य केंद्रो पर परिवार नियोजन के सभी साधन मुफ्त मिलेंगे। लाभार्थियों को बार-बार स्वास्थ्य केंद्र न आना पड़े, इसलिए उन्हें कम से कम 2 माह के लिए गर्भ निरोधक गोलियां व कंडोम उपलब्ध कराया जाएगा। नसबंदी के लिए पहले से ही लाभार्थियों का पंजीकरण किया जाएगा। इसके साथ ही 16 से 31 जुलाई के मध्य आयोजित दस्तक अभियान के दौरान आशाओं द्वारा गृह भ्रमण के माध्यम से परिवार नियोजन के अस्थायी साधन कंडोम, छाया एवं ओसीपी का नि:शुल्क वितरण किया जाएगा। 


परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों के बारे में लाभार्थियों को परामर्श दिया जाएगा। सार्वजानिक स्थानों व अस्पतालों पर परिवार नियोजन से सम्बंधित पोस्टर व बैनर लगाए जाएंगे व दीवार लेखन किया जाएगा। लाभार्थियों को गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा तथा प्रसव पश्चात आईयू सीडी सेवाओं को स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया जायेगा। पखवारे के दौरान परिवार नियोजन के बास्केट ऑफ़ चॉइस का स्टाल लगाया जाएगा। जहां पर परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों की जानकारी तथा सही से उपयोग करने के बारे में लोगों को बताया जाएगा। साथ ही कम आयु में विवाह के दुष्परिणाम, देर से विवाह करने और विवाह के बाद पहले बच्चे का जन्म देर से तथा दो बच्चों के जन्म में अंतराल रखने के संबंध में जानकारी दी जाएगी। 


परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अफसर और ए सी एमओ डॉ. सुरेंद्र शाही का कहना है कि पत्र मिल गया है। पत्र के निर्देशों के अनुसार आयोजन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसी के अनुरूप कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा।